जटायू पार्क को Jatayu Nature park, Jatayu theme Park, jatayu Eirth center,Jatayupara के नाम से भी जाना जाता है।
जटायू नेचर पार्क केरल राज्य के कोल्लम जिल्ले मे चदयामंगलम् गांव में जटायू परा पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।
कोल्लम से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर है। जटायु नेचर पार्क में बनी पंछीराज जटायु की मूर्ति विश्व की सबसे बड़ी बर्ड प्रतिमा (मूर्ति) है।
पूरे विश्व में इस प्रकार की प्रतिमा देखने को नहीं मिलती है। जटायु स्कल्पचर की चौड़ाई 150 फीट ऊंचाई 70 फिट और लंबाई 200 फिट है।
यह पूरा जटायु पंछी राज का स्कल्पचर 15000 स्क्वेयर फीट एरिया में फैला है। समुद्र तल से तकरीबन 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस मूर्ति की देखरेख और डिजाइनिंग राजीव आंसल द्वारा की गई है।
जटायू नेचर पार्क टोटल 65 एकड़ में फैला है इस पार्क को बनने में तकरीबन 10 साल का लंबा समय लगा था। जटायू नेचर पार्क (जटायु प्रतिमा) के अलावा यहां पर एक राम मंदिर, पार्क में चारों और मानवनिर्मित जंगल और पश्चिमी घाट के जंगल, रोपवे, एडवेंचर पार्क, गेमिंग जोन, आयुर्वेदीक केव रिजॉर्ट, डिजिटल म्यूज़ियम, 6D थिएटर, आर्चरी, लेजर टैग, राइफल शूटिंग रेंज, रेपलिंग, रॉकक्लाइंमिंग, इत्यादि जॉन और एक्टिविटीज शामिल है।
जटायू नेचर पार्क पूरा बनने में तकरीबन 100 करोड़ रूपया का खर्च आया है। यह पूरा खर्च देश का या किसी जनता का टैक्स से नहीं बनाया है। यह पूरा इलाका 30 साल के लिए लीज पर लिया हुआ है। 30 साल के बाद इसे देश को समर्पित कर दिया जाएगा।
Jatayu Earth Center entry fee ticket rate
जटायू परा पहाड़ी की चोटी के ऊपर पहुंचने के लिए सिढी़या, केबल कार की सुविधा और हेलीपैड अवेलेबल है। जटायू नेचर पार्क रोपवे की टिकट (ticket prices )काउंटर से ₹472 है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग (online booking) ₹400 है। इस टिकट में केबल रोपवे और जटायु स्कल्पचर एंट्री अलाउड है। पर्यटन को दूसरी कोई भी एक्टिविटीज के लिए अलग से टिकट लेनी पड़ेगी। Jatayu Eirth center park की ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए नीचे दी गई वेबसाइट से कर सकते हैं।
जटायु पंछी राज की प्रतिमा – statue of jatayu
पर्यटन जटायू परा पहाड़ी की चोटी के ऊपर पंछी राज जटायु की अद्भुत प्रतिमा और पश्चिम घाट के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। जटायु मूर्ति के अंदर पर्यटन म्यूजियम,6D थिएटर मैं जटायु की कथा देख सकते हैं। मूर्ति के अंदर से पर्यटन पंछीराज जटायु की दोनों आंख तक पहुंच सकते हैं। पर्यटन को ध्यान में रखते हुए दोनों आंख को कुछ इस प्रकार बनाया है, कि एक आंख से सूर्यास्त और दूसरी आंख से सूर्योदय का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।
जटायु प्रतिमा के समीप एक बहुत खूबसूरत श्री राम भगवान का मंदिर है। इस मंदिर में भगवान श्री राम के पैरों के निशान( चिन्ह ) पत्थर में आज भी देखे जा सकते हैं। इसी जगह पर भगवान श्रीराम ने जटायु का अंतिम संस्कार किया था।
जटायू नेचर पार्क मैं बनी पंछी राज जटायु की मूर्ति महिलाओं की सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। इस मूर्ति को बनाने की प्रेरणा हिंदू धर्म ग्रंथ रामायण से मिली है। पौराणिक मान्यता रामायण के अनुसार जब रावण माता सीता को हरण करके ले जा रहा था तब जटायु ने माता सीता को बचाने के लिए रावण के साथ युद्ध किया युद्ध में रावण ने जटायु की एक पंख काट दिया था युद्ध में पराजित होकर जटायु इस स्थान पर गिरा था। जब तक श्री राम यहां तक नहीं पहुंचे तब तक जटायु जीवित रहा था जटायू ने ही बताया था कि रावण माता सीता को लेकर दक्षिण की ओर गया है।
जटायु मूर्ति को पीठ के बल लेटा हुआ बनाया गया है। ताकि ऐसा प्रतीत हो कि यह पंछी तकलीफ में है। इस मूर्ति में एक पंख कटा हुआ दर्शाया गया है। संपूर्ण मूर्ति कंक्रीट से बनाई गई है केवल पंजे और नाखून स्टैंडर्ड स्टील से फिनिशिंग टच दिया गया है।
जटायु प्रतिमा की खासियत
- पंछी राज जटायु की मूर्ति दिन भर में समय के हिसाब से रंग बदलती है।
- जटायु मूर्ति विश्व की सबसे बड़ी बर्ड प्रतिमा है। इस मूर्ति की जैसी मूर्ति पूरी दुनिया में और कहीं नहीं पाई जाती है।
- मूर्ति के अंदर जटायू म्यूज़ियम,6D थिएटर और कई सारी एक्टिविटीज शामिल है।
- मूर्ति पीठ के बल बनाई गई है और एक पंख नहीं बनाया है। ( एक पंख कटा हुआ दर्शाया गया है )
- जटायु मूर्ति महिला सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है इसीलिए यहां पर ज्यादातर स्टॉप महिलाओं का ही है।
- जटायु मूर्ति को संपूर्ण सीमेंट और कंक्रीट से बनाया गया है। इस मूर्ति में केवल आंख शीशे की और पैर स्टील के लगाए गए हैं।
- जटायु मूर्ति देश के एक ऐसे मूर्ति हैं जिस का धार्मिक महत्व के साथ-साथ लोग इसे सलमान के रूप से देखते हैं।
” बंजर जमीन को जन्नत बना कर राजीव बंसल जी ने देश को एक बड़ा तोहफा दिया है। अब इस बेशकीमती धरोहर को संजोकर रखना देश और देश की जनता का काम है। ”
जटायू पार्क कैसे पहुंचे How To Reach Jatayu Earth center kerala
रेलवे मार्ग
जटायू नेचर पार्क पहुंचने के लिए रेलवे मार्ग से यहां का सबसे नजदीकी जंक्शन पुनालूर 24 किलोमीटर, कोल्लम रेलवे जंक्शन 38 किलोमीटर, कोटरकारा 23 किलोमीटर दूर है। यह सभी जंक्शन पर दिल्ली मुंबई चेन्नई कोलकाता जैसे बड़े शहरों से नियमित रूप से ट्रेन आती है।
हवाई मार्ग
जटायू नेचर पार्क हवाई मार्ग द्वारा पहुंचने के लिए यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट तिरुवंतपुरम है। यह एयरपोर्ट जटायू नेचर पार्क से 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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