वडोदरा से लगभग 46 किलोमटर दूर पावगढ़ भारत के गुजरात राज्य में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. इस पोस्ट में हम इस हिल स्टेशन के बारे में सारी जानकारी देंगे।
पावागढ़ में पुरातात्विक पार्क और महाकाली मंदिर बहुत ही प्रसिद्द जगह है. पर्यटक इन्ही जगहों के देखने के लिए आते हैं।
पुरातात्विक पार्क को यूनेस्को द्वारा एतिहासिक धरोहर का भी दर्जा मिला है इस वजह से यह जगह गुजरात में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली जगहों में से है।
अगर आप यहाँ पर जाने की सोच रहे हैं तो पोस्ट को पढ़कर जानकारी ले सकते हैं. तो आइये जानते हैं पावागढ़ हिल स्टेशन के बारे में
पावागढ़ हिल स्टेशन के बारे में (About Pavagadh Hill Station)
पावागढ़ हिल स्टेशन, गुजरात के वडोदरा से लगभग 46 किलोमटर दूर स्थित खूबसूरत हिल स्टेशन है. यह पंचमहल जिले में एक नगरपालिका संचालित क्षेत्र है।
इसकी समुद्र तट से ऊंचाई 762 मीटर है. यह मुख्या रूप से आदिवासी क्षेत्र है. यह स्थान प्रसिद्ध महाकाली मंदिर के लिए जाना जाता है जहाँ पहुँचने के लिए पहाड़ो को काटकर रास्ता बनाया गया है।
इस जगह पर चंपानेर-पावगढ़ पुरातात्विक पार्क भी है, जिसे 2004 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में चिह्नित किया जा चूका है यहाँ पर आकर आप एतिहासिक धरोहर को देख सकते हो।
पावागढ़ हिल स्टेशन, तीर्थ स्थल के लिए भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ पर अलग अलग धर्मो के मंदिर, मस्जिद स्थित है।
यहाँ पर आकर आप तीर्थस्थल के अलावा प्रक्रति के सुन्दर नजारों का आनंद ले सकते हो साथ ही रोमांचक गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हो।
गुजरात के अन्य हिल स्टेशन
गिरनार पर्वत, जूनागढ़
दातार हिल, जूनागढ़
ओसम हिल, पाटणवाव
पावागढ़ हिल स्टेशन में घूमने के लिए बेहतरीन जगह (Places to visit near Pavagadh Gujarat)
चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यान (Champaner-Pavagadh Archaeological Park) यह एक एतिहासिक स्थल है यहाँ पर आकर आप प्रचीन किले, महल, मकबरे सहित कई धरोहर को देख सकते हो।
इस पार्क को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया जा चूका है. यह जगह गुजरात में घूमने के लिए सबसे अछ्छी है. इस पार्क में आपको 8 वीं सदी से लेकर 14 वीं सदी तक किले देखने को मिलेगे ।
पार्क की ख़ूबसूरती देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जायेंगे और यही पर ठहरने का विचार बना लेंगे।
महाकाली मंदिर (Mahakali Mandir) – महाकाली मंदिर, पावागढ़ की सबसे प्रशिद्ध जगहों में से हैं. मंदिर में दर्शन के लिए लोग दूर दराज से आते हैं।
यह मंदिर पवित्र धार्मिक स्थल के साथ एतिहासिक स्थल की दृष्टि से भी काफी लोकप्रिय है. इस मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या अच्छी-खासी होती है।
पावागढ़ में महाकाली मंदिर काफी ऊंचाई पर स्थित है. मंदिर तक पहुँचने के लिए सीढियां पहाड़ो को काटकर बनाई गयी है।
शिखर पर मंदिर तक पहुँचने के लिए जंगल की पगडंडी से पहाड़ी की चोटी तक लगभग 5 किमी की पैदल दूरी तय करनी है। मंदिर पर पहुंचकर आप पावागढ़ की ख़ूबसूरती को देख सकते हैं।
नवलखा कोठार (Navlakha Kothar) – यह एक पर्वतीय स्थल है। अगर आप पहाड़ो पर ट्रेकिंग के शौक़ीन है तो यहाँ पर आकर आप ट्रेकिंग कर सकते हैं।
पहाड़ी पर गुम्बद की सरंचनाओ का समूह है तो आप यहाँ पर आकर गुंबद के आकार की संरचनाओं को देख सकते हैं।
प्राचीन समय में इस गुम्बद का उपयोग सोलंकी साम्राज्य के सैनिकों के लिए अनाज का भंडारण करने के लिए किया जाता है।
विश्वामित्री नदी (Vishwamitri River) – इस नदी का नाम महान महर्षि विश्वामित्र के नाम पर पड़ा है. नदी के चारो तरफ हरियाली को देख सकते है जो की देखने में काफी आकर्षक है।
नदी के किनारे आप शांति का अनुभव कर सकते हैं, कहते हैं महर्षि विश्वामित्र इसी नदी में ध्यान लगते थे।
मांची किला या पावागढ़ किला (Manchi Fort or Pavagadh Fort)- पावागढ़ किला, पहाड़ी की तलहटी में शानदार संरचना है इसे मांची किला के नाम से भी जाना जाता है।
यह किला सोलंकी साम्राज्य का घर था। स्मारक को अछ्छी तरह से सरंक्षित किया गया है। यहाँ पर आकर आप इस एतिहासिक स्थल को देख सकते हो।
रोपवे (Ropeway) – पावागढ़ में आप रोपवे का आनंद ले सकते हैं. महाकाली मंदिर तक रोपवे की व्यवस्था की गयी है तो जो लोग ऊंचाई पर पैदल नही चढ़ना चाहते वो लोग रोपवे से जा सकते हैं।
रोपवे में जाते समय आप ऊंचाई से पावागढ़ के सुन्दर नजारों को देख सकते हो। अगर आप रोपवे में कभी नही बैठे तो इस बार जरूर बैठे
तेलिया तलाव (Teliya Talav)- तेलिया तलाव के शांत स्थान है जिसे आप महाकाली मंदिर के दर्शन को जाते समय पार करेंगे। यह झील दुकानों से घिरी हुई है।
यहाँ पर आप शाम को ताज़ी हवा के बीच अपने मन और शरीर को आराम देने के लिए यहाँ जा सकते हैं फिर बाद में आप महाकाली मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते हैं।
जैन मंदिर (Jain Mandir) – पावागढ़ में 14 वीं और 15 वीं सदी के जैन मंदिर स्थित है। इन मंदिर के सरक्षण के लिए कार्य किये जाते रहे हैं।
यह मंदिर भगवान् महावीर और अन्य तीर्थकरों के भव्य पत्थर की सरनाचनाएँ पर्दर्शित की गयी है। यहाँ पर आकर आप हरे भरें सुगन्धित फूल का आनंद ले सकते हो।
पहुँचने का सही समय (Best time to visit Pavagadh)
वैसे तो आप कभी भी पावागढ़ हिल स्टेशन जा सकते हो लेकिन नवंबर से मध्य मार्च तक पावागढ़ पहाड़ियों की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि इस समय मौसम पर्यटकों के लिए उपयुक्त रहता है।
कैसे पहुंचे? (How to Reach Pavagadh)
सड़क माध्यम से – चंपारण, वडोदरा से 45 किमी दूर है वहां पर आप प्राइवेट वाहन या बस के जरिये वहां पहुँच सकते हैं. सड़कें शहरों में अछ्छी तरह से व्यवस्थित है।
अहमदाबाद से पावागढ़ की दूरी 152 किलोमीटर है।
सूरत से पावागढ़ 160 किलोमीटर दूर है।
ट्रेन के माध्यम से – पावागढ़ पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन चंपानेर रोड जंक्शन जो की 13 किमी की दूरी पर स्थित है।
यह शहर मुंबई दिल्ली जैसी रेलवे लाइन से अछ्छी तरह जुड़ा हुआ है आप इन शहरों से पावागढ़ की यात्रा कर सकते हो।
हवाई जहाज के माध्यम से – फ्लाइट के माध्यम से वडोदरा एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं इसके बाद यहाँ से बस या टैक्सी करके मंदिर तक पहुंच सकते हैं।